जमीन का पता नहीं, सोशल मीडिया में हवाबाजी की तैयारी: सिकुड़ती कॉन्ग्रेस का 5 लाख ‘वॉरियर्स’ से कितना भला?
जमीन पर सिकुड़ती और पहचान की संकट से जूझ रही कॉन्ग्रेस ने 5 लाख ‘सोशल मीडिया वॉरियर्स’ का दस्ता तैयार करने का ऐलान किया है।
जमीन पर सिकुड़ती और पहचान की संकट से जूझ रही कॉन्ग्रेस ने 5 लाख ‘सोशल मीडिया वॉरियर्स’ का दस्ता तैयार करने का ऐलान किया है।
केदारनाथ में आई उस प्रलय में हज़ारों लोग काल-कवलित हो गए थे। कुछ खुशकिस्मत थे। उनकी आपबीती दिल दहला देने वाली हैं।
उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने से तबाही मची है। ग्लेशियर फटने की इस घटना ने 2013 के दौरान केदारनाथ में आई प्रलय की भयावह स्मृतियाँ ताज़ा कर दी है।
कितनी विचित्र विडंबना है, धार्मिक भावनाएँ आहत होती हैं और उनका विरोध होता है तो साम्प्रदायिकता! लेकिन मज़हबी जज़्बात आहत होते हैं तो...।
देव प्रकाश पटेल धर्मांतरण से पहले फ़कीर बिरादरी से ताल्लुक रखते थे। उनके 2 बेटे और एक बेटी थी। आस-पास रहने वाले हिन्दू परिवारों ने...
पंडित मदन मोहन अपने परिचय को लेकर स्पष्ट थे। अस्पृश्यता निवारण और शुद्धि (हिन्दू धर्म त्यागने वालों को पुनः हिन्दू बनाना) के घोर समर्थक थे।
“श्रीराम को अयोध्या से अलग करने का कोई प्रश्न ही नहीं। अयोध्या की पहचान ही राम से है, हिन्दुओं की आस्था के गलत होने का कोई प्रमाण नहीं।”
यूट्यूब की जनता को एंगेज रखना है, खुद को वामपंथी ब्रिगेड की यूथ विंग का मुखिया साबित करना है तो यह सब करना ही पड़ेगा। सरकार को गाली...